What is computer memory

Understanding Computer Memory: A Beginner's Guide

कंप्यूटर मैमोरी क्या होती है?

What is Computer Memory?

computer memory

जब आप अपने कंप्यूटर में कुछ फ़ाइलें सेव करते हैं या कोई सॉफ्टवेयर या गेम इंस्टॉल करते हैं, तो आपके कंप्यूटर के मैमोरी में स्थान की आवश्यकता होती है। जितना अधिक स्थान उपलब्ध होता है, उतने ही बड़े सॉफ्टवेयर और फ़ाइलें आप अपने कंप्यूटर में सेव कर सकते हैं।


कंप्यूटर मैमोरी के बारे में जानना आवश्यक है क्योंकि अगर आप अपने कंप्यूटर के लिए सही मैमोरी नहीं चुनते हैं तो आपके कंप्यूटर का प्रदर्शन बहुत ही कम हो सकता है। इस लेख में हम आपको कंप्यूटर मैमोरी के बारे में विस्तार से बताएंगे।


मैमोरी हार्डवेयर आपके कंप्यूटर में दो तरह से इस्तेमाल होते हैं: पहला हार्डवेयर RAM होता है, जो कंप्यूटर का सामान्य काम करने में मदद करता है। दूसरा हार्डवेयर ROM होता है, जो सिस्टम के बूट सेक्शन में इस्तेमाल किया जाता है ताकि सही तरीके से बूट हो सके। इसके अलावा, कंप्यूटर में कई अन्य मैमोरी भी होती हैं जैसे की cache memory और virtual memory आदि । 


यहाँ विस्तार से बताया जाएगा कि कंप्यूटर मैमोरी हार्डवेयर कैसे काम करता है। RAM में डेटा को स्टोर करने के लिए कैपेसिटर का इस्तेमाल किया जाता है जो अत्यंत त्वरित होते हैं और जल्दी से डेटा तक पहुंचने के लिए CPU से सीधे जुड़े होते हैं। जब आप अपने कंप्यूटर का ऑन बटन दबाते हैं, तो सिस्टम को बूट करने के लिए ROM से जरूरी जानकारी ली जाती है।

आपका स्वागत है! यह आर्टिकल कंप्यूटर की मैमोरी के बारे में है। यह आर्टिकल कंप्यूटर मेमोरी, रैम, रोम, कैश, वर्चुअल मैमोरी और स्टोरेज के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करेगा।

कंप्यूटर में दो तरह की मैमोरी होती है,जिनके बारे मे आगे DEEPLY चर्चा करेंगे।


Memory के प्रकार 

Types of Computer Memory

कंप्यूटर में मुख्यत दो प्रकार की मैमोरी होती है :

1. प्राथमिक मैमोरी (Primary Memory)

2. द्वितीयक मैमोरी (Secondary Memory)

प्राथमिक मैमोरी और सेकेंडरी मैमोरी दोनों ही कम्प्यूटर सिस्टम के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होते हुए भी इनके बीच में बहुत सारे अंतर होते हैं। 


प्राथमिक मैमोरी (Primary Memory)

प्राथमिक मैमोरी एक ऐसी इंटरनल मैमोरी होती है जो कंप्यूटर सिस्टम के अंदर होती है और जिसमें सभी एप्लिकेशन, ऑपरेटिंग सिस्टम, फाइल और डेटा जो सिस्टम पर काम कर रहे होते हैं, संग्रहित होते हैं। 

computer memory
Primary memory chart

प्राथमिक मैमोरी के तीन प्रकार होते हैं - रैंडम एक्सेस मैमोरी (RAM), केस्डी रॉम और रीड ओनली मैमोरी (ROM)। रैंडम एक्सेस मैमोरी एक डायनामिक मैमोरी होती है जो ऑपरेटिंग सिस्टम, सॉफ्टवेयर, फाइल और डेटा को संग्रहित करती है। इसके अलावा, केस्डी रॉम और रीड ओनली मैमोरी दोनों ही स्थायी मैमोरी होती है जो सिस्टम को शुरू करने के लिए आवश्यक होती हैं। 


द्वितीयक मैमोरी (Secondary Memory)

सेकेंडरी मैमोरी कंप्यूटर सिस्टम के बाहर स्थित होती है और जो भी डेटा हम सिस्टम में संग्रहित करना चाहते हैं, उसे इसमें संग्रहित किया जाता है। ये अस्थायी अर्थात removavle  होती हैं।

सेकेंडरी मैमोरी भी प्रमुख होती है जो अपनी उपलब्धता के आधार पर अलग-अलग तरीकों में वर्गीकृत की जा सकती है। उदाहरण के लिए, हार्ड डिस्क Hard Disk Drive, सॉलिड स्टेट ड्राइव (Solid State Drive SSD), पेन ड्राइव (PD), सीडी (CD) और डीवीडी (DVD)आदि। यह सिस्टम के बाहर भी संग्रहीत किया जाता है और यह स्थायी (Fixed) और अस्थायी (Unfixed,Removable) दोनों होता है। दोनों ही प्रकार की मैमोरी दो अलग-अलग उद्देश्यों के लिए उपयोग की जाती हैं।

secondary memory
secondary memory chart

सेकेंडरी मैमोरी सिस्टम में आपके डेटा, सॉफ्टवेयर, फाइल और अन्य जानकारी को संग्रहित किया जाता है जो आपको बाद में आवश्यक होता है। इसलिए, एक अच्छी सेकेंडरी मैमोरी सिस्टम का चयन करना आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। इसमें हार्ड ड्राइव, सॉलिड स्टेट ड्राइव (SSD), पेन ड्राइव (PD), सीडी (CD) और डीवीडी (DVD), यूएसबी USB ड्राइव, मैमोरी कार्ड और एक्सटर्नल हार्ड ड्राइव शामिल होते हैं।

हार्ड ड्राइव एक बहुत ही स्थायी और अधिकतम संग्रह समाधान होता है जो अधिकतम डेटा संग्रह करता है। इसके अलावा, सीडी और डीवीडी बहुत ही प्रभावी हैं जो आपको बहुत सारी जानकारी का अच्छा संग्रह प्रदान करते हैं। यूएसबी ड्राइव एक तुलनात्मक नया स्टोरेज डिवाइस होता है जो बहुत ही सुविधाजनक है। यह बहुत छोटा होता है और आप इसे आसानी से अपने कंप्यूटर के साथ ले जा सकते हैं।

मैमोरी कार्ड सामान्यतः कैमरे, मोबाइल फोन और टैबलेट जैसी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में स्थापित होती हैं। आप इसे अपने कंप्यूटर से आसानी से कनेक्ट कर सकते हैं और इससे आप आसानी से अपने डेटा तक पहुंच सकते हैं। एक्सटर्नल हार्ड ड्राइव एक अन्य उत्कृष्ट संग्रहण व डाटा स्थानांतरण डिवाइस है।


प्राथमिक व द्वितीयक मैमोरी में सम्बंध 

प्राथमिक मैमोरी और सेकेंडरी मैमोरी दोनों ही एक सिस्टम के लिए महत्वपूर्ण होती हैं। रैंडम एक्सेस मैमोरी सिस्टम के ऑपरेशन के दौरान आपके द्वारा चलाए गए सॉफ्टवेयर और फाइल्स को संभालती हैं। केस्डी रॉम सिस्टम बूट करते समय उपयोग होती है, जबकि रीड ओनली मैमोरी सिस्टम के लिए अत्यधिक जरूरी होती है।


रैम (RAM) क्या होता है और उसका उपयोग क्या होता है?

RAM का पूर्ण नाम Random Access Memory होता है। यह उस मैमोरी को कहते हैं जो आपके कंप्यूटर के साथ काम करती है जब आप उसे चालू करते हैं। जब आप अपने कंप्यूटर को चालू करते हैं, तो आपके कंप्यूटर द्वारा लोड किए जाने वाले सभी सॉफ्टवेयर और फ़ाइलें RAM मैमोरी में स्थान ले लेते हैं।

random access memory


यह बहुत आम होता है कि जब हम अपने कंप्यूटर में ज़्यादा फ़ाइलें सेव करते हैं, तो कंप्यूटर बहुत स्लो हो जाता है। इसका मुख्य कारण होता है कि हमारे कंप्यूटर की RAM (Random Access Memory) मैमोरी में पर्याप्त स्थान नहीं होता है।

जब हम किसी सॉफ्टवेयर या फ़ाइल को चलाते हैं, तो वह RAM मैमोरी में लोड होता है। अगर आपके कंप्यूटर में पर्याप्त RAM मैमोरी नहीं है, तो फ़ाइल या सॉफ्टवेयर बहुत स्लो या अधूरे तरीके से काम करता है। इसलिए, बहुत से उपयोगकर्ता अपने कंप्यूटर में ज़्यादा RAM मैमोरी लगवाने का विकल्प चुनते हैं।

यह अच्छा विकल्प है, लेकिन ज्यादा RAM मैमोरी लगवाने से आपको भी कुछ नुकसान हो सकते हैं। जैसे कि अधिक RAM मैमोरी लगवाने से कंप्यूटर की बैटरी जल्दी खत्म हो जाती है, इससे कंप्यूटर का तापमान भी बढ़ सकता है। इसलिए, इस विषय में समझदारीपूर्वक फैसला लेना चाहिए।

हम कंप्यूटर मैमोरी की बात कर रहे हैं, जो कंप्यूटर सिस्टम में डेटा और फ़ाइलें संग्रहीत करती है। जब आप कंप्यूटर में कोई फ़ाइल संग्रहीत करते हैं, तो वह फ़ाइल RAM (Random Access Memory) मैमोरी में स्थान ले लेती है। RAM मैमोरी एक त्वरित संग्रह ( volatile )समाधान होता है, जो कि डेटा को तुरंत पढ़ने और लिखने की क्षमता रखता है। 

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कंप्यूटर मैमोरी विभिन्न प्रकार की होती है, जिनमें से RAM, ROM (Read-Only Memory) और Hard Drive (HDD) सबसे ज्यादा उपयोग की जाने वाली होती हैं। RAM मैमोरी सबसे अधिक उपयोग की जाने वाली मैमोरी है, जो कंप्यूटर सिस्टम की स्पीड बढ़ाती है। 

जब आप कंप्यूटर पर कोई फ़ाइल खोलते हैं, तो वह फ़ाइल RAM मैमोरी में स्थान लेती है ताकि आप उसे तेज़ी से एक्सेस कर सकें। जब आप फ़ाइल को बंद कर देते हैं, तो वह RAM मैमोरी से हटा दी जाती है ताकि उस स्थान पर नई फ़ाइल संग्रहित की जा सके। 


What is RAM? रैम क्या है?

RAM का पूरा नाम Random Access Memory है। यह कंप्यूटर की मैमोरी का सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाने वाला प्रकार है।

RAM कंप्यूटर की स्थायी मैमोरी से अलग होता है। जब आप कंप्यूटर को चालू करते हैं, तो रैम में सभी अनुप्रयोगों और सिस्टम फ़ाइलों को संग्रहीत किया जाता है। जब आप उन अनुप्रयोगों का उपयोग करते हैं, तो रैम से संबंधित डेटा स्थान ले लेता है। जब आप अनुप्रयोगों को बंद करके और विंडो बंद करते हैं, तो रैम से संबंधित डेटा हटा दिया जाता है।

RAM कंप्यूटर की स्पीड बढ़ाने में मदद कर सकता है। जब आपके कंप्यूटर में ज्यादा RAM होता है, तो अनुप्रयोग और विंडोज काम करने के लिए ज्यादा स्थान मिलता है।

RAM  के दो प्रकार होते हैं। पहला प्रक राम (DRAM) और दूसरा प्रकार स्टैटिक रैम (SRAM) होता है। इन दोनों प्रकार की रैम में भिन्न-भिन्न तकनीक का उपयोग किया जाता है। 


रैम (RAM) के प्रकार और उनकी विशेषताएं

1. डायनेमिक रैम (DRAM):

  1. डायनेमिक रैम (DRAM) एक उत्पाद है जो कंप्यूटर मैमोरी के लिए उपयोग किया जाता है।
  2. यह रैम निरंतर ताजगी की आवश्यकता होती है, इसलिए यह रैम बार-बार ताजगी के लिए रीफ्रेश किया जाता है। 
  3. इसकी स्पीड कम होती है, लेकिन इसमें अधिक स्थान होता है जो इसे अधिक उपयोगी बनाता है।&
  4. यह रैम स्मार्टफोन, टैबलेट, कंप्यूटर और अन्य डिवाइसों में उपयोग किया जाता है।

 


2. स्टैटिक रैम (SRAM):

  1. स्टैटिक रैम (SRAM) भी एक प्रकार का रैम है जो डिजिटल कंप्यूटर मैमोरी के लिए उपयोग किया जाता है। 
  2. यह रैम बिना रिफ्रेश के लंबे समय तक रख सकती है इसलिए यह बेहतर स्पीड का उपयोगी होता है। 
  3. यह रैम बहुत कम स्थान लेता है इसलिए इसे त्वरित कैश मैमोरी के लिए उपयोग किया है। 
  4. अब हम आगे बढ़ते हुए RAM के  बारे में और अधिक जानेंगे।

डीडीआर DDR (Dynamic Random Access Memory)

डीडीआर RAM को सामान्यतः DRAM भी कहा जाता है। यह सबसे आम RAM है और सभी सामान्य कंप्यूटरों में उपयोग किया जाता है। डीडीआर यादृच्छिक रूप से एक बार में केवल एक बाइट डेटा को संग्रहीत कर सकता है। यह रेडियो बटन या चैट अवार्ड से लेकर वेब सर्फिंग तक के जैसे सामान्य टास्कों के लिए बहुत उपयोगी होता है।


एसडीआर SDRAM(Synchronous Dynamic Random Access Memory)

एसडीआर RAM भी डीडीआर RAM की तरह काम करता है लेकिन इसमें ज्यादा स्पीड और उन्नत तकनीक होती है। एसडीआर RAM का उपयोग विशेषतः

विशेषज्ञों द्वारा तैयार किए गए विशेष उद्देश्यों के लिए डिजाइन किए गए कुछ विशेष प्रकार के  RAM  भी होते हैं। ये उदाहरण के लिए ग्राफिक डिजाइन, साइंस और इंजीनियरिंग उपयोग के लिए उपलब्ध होते हैं। इन RAM में उपयोग की गई समग्र तकनीकी जानकारी उपयोगकर्ताओं के आवश्यकताओं के अनुसार बनाई जाती है। ये अधिक फास्ट होते हैं व महंगे होते हैं।

जब आप कंप्यूटर में ज्यादा फ़ाइलें संग्रहित ( स्टोर )करते हैं, तो आपके कंप्यूटर की स्पीड थोड़ी धीमी हो जाती है। इसके समाधान के लिए हम निम्न चरणों ( स्टेप्स )का पालन (follow )कर सकते हैं:-


कंप्यूटर व रैम को फास्ट कैसे करें?

यहाँ कुछ उपयोगी टिप्स हैं जो आपको रैम RAM मैमोरी को fast करने में मदद कर सकते हैं:

  • RAM को साफ Clear करें।
  • रैम अपग्रेड व अपडेट करें।

How to clean RAM memory ?

1. अनुप्रयोगों को बंद करें ( Close the application) :

कंप्यूटर पर चल रहे अनुप्रयोगों को बंद करने से रैम  मैमोरी में स्थान मिलता है। इसलिए, अनुप्रयोगों को बंद करें जो आप वर्तमान में उपयोग नहीं कर रहे हैं।


2. टास्क मैनेजर का उपयोग करें:

 टास्क मैनेजर का उपयोग करके आप देख सकते हैं कि कौन से अनुप्रयोग RAM मैमोरी का उपयोग कर रहे हैं। आप अनुप्रयोगों को खत्म कर सकते हैं जो ज्यादा मैमोरी का उपयोग कर रहे हों।

3. विज़ुअल एफेक्ट्स कम करें ( Decrease visual effects ): 

विज़ुअल एफेक्ट्स, जैसे कि एअरो एफेक्ट्स, कंप्यूटर की गति को धीमी कर सकते हैं और RAM मैमोरी का उपयोग ज्यादा कर सकते हैं। आप अपने कंप्यूटर पर विज़ुअल एफेक्ट्स को बंद करके और विं


रैम को optimize कैसे करें?

कुछ और तरीकों के बारे में जानते हैं, जिनसे आप कंप्यूटर की RAM मैमोरी क्षमता को बेहतर कर सकते हैं।

1. RAM मैमोरी को अपग्रेड करें - 

अगर आपके कंप्यूटर में खुले एक्सपैंशन स्लॉट्स हैं, तो आप अपने कंप्यूटर की RAM मैमोरी को अपग्रेड कर सकते हैं। आप नए रैम डिम क्रय करके अपने कंप्यूटर में जोड़ सकते हैं। इस तरीके से आपके कंप्यूटर की RAM मैमोरी की क्षमता बढ़ जाएगी और आप अधिक फ़ाइलें संग्रहीत कर पाएंगे।

2.ऑपरेटिंग सिस्टम को अपग्रेड करें -

 कई बार नए ऑपरेटिंग सिस्टम अधिक दक्षता वाले होते हैं और अधिक RAM मैमोरी वाले कंप्यूटर पर बेहतर काम करते हैं। आप अपने कंप्यूटर के ऑपरेटिंग सिस्टम को अपग्रेड करके इससे फायदा उठा सकते हैं।

3.अनुप्रयोगों के अधिक खुले न करें: 

जब आप नए अनुप्रयोगों का उपयोग करते हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप उन्हें बंद कर देते हैं और उन्हें अधिक नहीं खोलते। 

4.सिस्टम को अपग्रेड करें: 

अगर आपकी RAM मैमोरी फिर भी भरी हुई है, तो आप अपने कंप्यूटर को अपग्रेड कर सकते हैं। आप RAM मैमोरी को बढ़ा सकते हैं या फिर एक SSD हार्ड ड्राइव जोड़ सकते हैं। 

5. विज्ञापनों को बंद करें: 

अनुप्रयोगों के साथ-साथ, ब्राउज़र के विज्ञापनों को भी बंद कर दें। इससे आपकी रैम मैमोरी में थोड़ा सा स्पेस बच सकता है। 


ये थीं कुछ टिप्स जिनका उपयोग करके आप अपने कंप्यूटर की RAM मैमोरी को फास्ट कर सकते हैं।


इसलिए, कंप्यूटर की RAM मैमोरी बहुत महत्वपूर्ण होती है और इसे नियंत्रित करना आवश्यक है। यदि आप अपने कंप्यूटर की स्पीड बढ़ाना चाहते हैं तो आपको अपनी RAM मैमोरी की संख्या बढ़ानी चाहिए या फिर अपनी वर्तमान RAM मैमोरी का उपयोग समझदारी से करना चाहिए।

इसके अलावा, आप अपने कंप्यूटर के लिए एक अच्छी क्वालिटी की RAM मैमोरी खरीद सकते हैं। आपकी RAM मैमोरी का चयन करते समय, आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वह आपके सिस्टम के साथ संगत है और आपके सिस्टम के लिए आवश्यक रोम उपलब्ध हैं।

Tips for Upgrading Your Computer's Memory

कंप्यूटर मैमोरी बढ़ाने के उपाय: एक्सटर्नल हार्ड ड्राइव, पेन ड्राइव और अन्य

  • इसके अलावा, आप अपनी RAM मैमोरी को विनियमित रूप से साफ करना चाहिए। रोजाना अपने कंप्यूटर को फ़्रीज करने से आप अपनी RAM मैमोरी को साफ कर सकते हैं। इसके अलावा, आप सिस्टम को अधिक से अधिक साफ करने के लिए किसी भी RAM क्लीनर सॉफ्टवेयर का उपयोग कर सकते हैं।
  • आप एक उच्च-गुणवत्ता वाली RAM मैमोरी का उपयोग करके अपने कंप्यूटर की स्पीड बढ़ा सकते हैं
  • यदि आप अपने कंप्यूटर की स्पीड बढ़ाना चाहते हैं, तो RAM मैमोरी को अपग्रेड करना एक बहुत ही अच्छा विकल्प हो सकता है। जब आप अपने कंप्यूटर के लिए अधिक RAM मैमोरी खरीदते हैं, तो आप अपने सिस्टम में अधिक डेटा को संग्रहित करने में सक्षम हो जाते हैं। इससे आपके कंप्यूटर की स्पीड बढ़ती है और आप अधिक अनुप्रयोग एक साथ चला सकते हैं। 
  • एक और विकल्प हो सकता है कि आप अपने कंप्यूटर में SSD (Solid State Drive) लगाएं। SSD अपनी तेजी के लिए जाना जाता है और आपके कंप्यूटर की बूट अप समय को कम कर सकता है। 
  • आप इन टिप्स का अनुसरण करके अपने कंप्यूटर की स्पीड को बढ़ा सकते हैं और अपने कंप्यूटर का उपयोग बेहतर ढंग से कर सकते हैं।
  • इसके लिए, आप अपने कंप्यूटर में अतिरिक्त RAM मैमोरी जोड़ सकते हैं। अधिक RAM मैमोरी आपके कंप्यूटर को अधिक डेटा को स्टोर करने और उसे फ़ास्ट तरीके से प्रोसेस करने की अनुमति देती है।
  • एक और उपाय है कि आप अपने कंप्यूटर को रेगुलरली क्लीनअप करें। जब आप अपने कंप्यूटर का इस्तेमाल करते हैं, तो समय-समय पर यह अतिरिक्त फ़ाइलें, कैश, और अन्य अनावश्यक फ़ाइलें संग्रहित करता है जो आपके कंप्यूटर की स्पीड को कम कर सकती हैं। इसलिए, आप अपने कंप्यूटर को रेगुलरली क्लीनअप करें ताकि आपका कंप्यूटर स्वच्छ और तेज हो जाए।
  • अगला उपाय है कि आप अपने कंप्यूटर में एंटीवायरस सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करें। एंटीवायरस सॉफ्टवेयर आपके कंप्यूटर को वायरसों से सुरक्षित रखता है जो आपके कंप्यूटर की स्पीड को कम करते हैं। इसलिए, एक अच्छा एंटीवायरस सॉफ्टवेयर आपके कंप्यूटर की स्पीड को बढ़ाने में मदद कर सकता है।
  • अगला उपाय है, अपने कंप्यूटर के ड्राइव में अधिक स्थान बचाना। ज्यादातर लोग अपने कंप्यूटर में फाइलों और फोल्डरों को खोलकर रखते हैं, लेकिन इससे उनके कंप्यूटर की मैमोरी में कम स्थान बचता है। इसलिए, फाइलें और फोल्डरों को दूसरे ड्राइव में स्थान लेने की कोशिश करें।
  • दूसरा उपाय है, अपने कंप्यूटर में अनुपयोगी फ़ाइलों को हटाना। ज्यादातर लोग अपने कंप्यूटर में अनुपयोगी फ़ाइलों को रखते हैं, जो उनके कंप्यूटर की मैमोरी में कम स्थान बचने के कारण कंप्यूटर की स्पीड को कम करते हैं। इसलिए, अनुपयोगी फ़ाइलों को हटाकर अपने कंप्यूटर की मैमोरी में स्थान बचाने की कोशिश करें।
  • आप अपने कंप्यूटर की RAM मैमोरी को बढ़ाने के लिए ये भी विचार कर सकते हैं कि आप एक एक्सटर्नल हार्ड ड्राइव जोड़ें। एक्सटर्नल हार्ड ड्राइव उपलब्ध स्थान बढ़ाने में मदद करते हैं जिससे आपके कंप्यूटर को ज्यादा स्थान मिलता
  • जब आप अपने कंप्यूटर में ज्यादा RAM मैमोरी जोड़ते हैं, तो आपको ज्यादा स्थान मिलता है। अधिक RAM मैमोरी का मतलब होता है कि आपके कंप्यूटर में अधिक डेटा संग्रहीत किया जा सकता है और इससे आपकी सिस्टम स्पीड भी बढ़ती है। अधिक RAM मैमोरी के साथ, आप भारी फ़ाइलें और सॉफ्टवेयर को संचालित करने में आसानी से सक्षम होते हैं। इससे आपके कंप्यूटर का प्रदर्शन बेहतर होता है और आपको अधिक समय बचाने में मदद मिलती है।

solid state drive

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रोम (ROM) क्या होता है और उसका उपयोग क्या होता है?

What is ROM? रोम क्या है?

ROM: Read-Only Memory

Rom का  पूरा नाम ROM (Read-Only Memory) है। ये एक अन्य प्रकार का RAM हैं,इसमें डेटा स्थायी रूप से संग्रहीत होता है जिसे कंप्यूटर चालू किये बिना पढ़ा जा सकता है। ROM में संग्रहित डेटा को साधारणतया स्थायी रूप से रखा जाता है, जैसे कि कंप्यूटर के BIOS (Basic Input/Output System) जो कंप्यूटर को चालू करने के लिए आवश्यक होता है। यह डेटा को लेने और पढ़ने की क्षमता नहीं रखता है, इसलिए यह ROM कहलाता है।

रोम के विभिन्न प्रकार होते हैं जैसे PROM (Programmable Read-Only Memory), EPROM (Erasable Programmable Read-Only Memory), EEPROM (Electrically Erasable Programmable Read-Only Memory) और Flash Memory। PROM में डेटा केवल एक बार लिखा जाता है लेकिन EPROM, EEPROM और Flash Memory में डेटा उपयोगकर्ता द्वारा महीनों या सालों तक लिखा और पुनः लिखा जा सकता है।

रोम एक ऐसी मैमोरी है जो निरंतर चलती है और इसे कभी रीसेट नहीं किया जाता है। इसलिए, यह सिस्टम के बूट सेक्शन में उपयोग किया जाता है जिससे सुनिश्चित होता है कि सिस्टम बूट होते समय सही तरी

क्षण पर होता है। रोम में संग्रहीत डेटा आमतौर पर सिस्टम के बेसिक ऑपरेटिंग सिस्टम, फर्मवेयर, बूट सेक्शन और अन्य ऐसे प्रोग्राम होते हैं जो सिस्टम के सही तरीके से काम करने में मदद करते हैं। 


यहां रोम के कुछ मुख्य विशेषताएं हैं:

  1. रोम में संग्रहीत डेटा को सिर्फ पढ़ा जा सकता है और उसे लिखा नहीं जा सकता है।
  2. यह सिस्टम के बूट सेक्शन में उपयोग किया जाता है जबकि रैंडम एक्सेस मैमोरी (RAM) सिस्टम के अन्य हिस्सों में उपयोग किया जाता है।
  3. यह सिस्टम के अन्य हिस्सों से अलग होता है जो कि संशोधित जा सकते हैं जैसे कि रैंडम एक्सेस मैमोरी (RAM)।
  4. रोम में संग्रहीत डेटा लंबी अवधि तक स्थायी होता है और इसे कभी रीसेट नहीं किया जाता है। 

इस तरह से, रोम एक अत्यंत महत्वपूर्ण मैमोरी है जो सिस्टम के सही तरीके से काम करने में मदद करती है।


रोम के प्रकार और उनकी विशेषताएं

अब हम रोम के बारे में बात करें। रोम (Read-Only Memory) एक प्रकार की मैमोरी है जिसे लिखा नहीं जा सकता है।

हालांकि, इसमें आपको जानकारी का संग्रह दर्ज किया जा सकता है और इसे केवल पढ़ा जा सकता है। यह अपनी जानकारी को सुरक्षित रखने में मदद करता है क्योंकि इसे केवल उसी समय तक उपयोग किया जा सकता है जब उसे बनाया गया था। रोम का उपयोग अक्सर अपने विशिष्ट उपयोगकर्ता इंटरफ़ेस और अन्य संगणकों में संगठित डेटा को संग्रहित करने के लिए किया जाता है। इसके अलावा, यह सिस्टम बूट करने के लिए भी उपयोग किया जाता है।


PROM (Programmable Read-Only Memory)

प्रोम( पीरोम-Prom ) रोम की तरह निर्मित होती है, लेकिन यह लिखने के लिए उपलब्ध होती है। PROM के उपयोग से एक बार प्रोग्राम को लिखा जा सकता है और इसे फिर से लिखा नहीं जा सकता है।


EPROM (Erasable Programmable Read-Only Memory)

एक और प्रकार की मैमोरी है जिसे पुनर्प्रयोग किया जा सकता है। इसमें डेटा को लिखने के लिए उच्च वोल्टेज इस्तेमाल किया जाता है और इसे पुनर्प्रयोग करने के लिए उच्च तापमान में सुखाया जाता है।


EEPROM (Electrically Erasable Programmable Read-Only Memory)

एक और प्रकार की मैमोरी है जिसे इलेक्ट्रॉनिक तरीके से पुनर्प्रयोग किया जा सकता है। यह प्रोग्राम को लिखने और मिटाने के लिए विद्युत वृत्ति का उपयोग करता है। यह सिस्टम और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में उपयोग किया जाता है।


इस तरह, RAM, ROM, Cache, PROM, EPROM और EEPROM जैसी विभिन्न प्रकार की मैमोरी होती हैं जो सिस्टम में भिन्न-भिन्न रूप से काम करती हैं। इन मैमोरी के अलावा भी कई अन्य प्रकार की मैमोरी होती हैं।

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विभिन्न प्रकार की मैमोरी Types of Memory

Different Types of Memory Modules

रैम रोम मैमोरी के अलावा भी कई अन्य प्रकार की मैमोरी होती हैं, जिन्हें हम निम्नलिखित तरीकों से वर्गीकृत कर सकते हैं।

Flash Memory 

यह एक प्रकार की नॉन-वोलेटाइल मैमोरी होती है जो फ़ोन्स, कैमरों, गेम कंसोल्स, पेन ड्राइव्स, सॉलिड स्टेट ड्राइव्स (SSDs) आदि में उपयोग की जाती है। इसमें डेटा उल्टी या सीधी तरीके से लिखा जा सकता है और इसे बिना बिजली के भी संभव है।

Cache Memory

यह तेज़ स्थायी मैमोरी होती है जो प्रोसेसर के बहुत करीब होती है। इसमें उसी कार्य के जानकारी संग्रहित होती है जिसे प्रोसेसर जल्दी ही आवश्यकता होने पर प्रदान किया जा सकता है। यह अधिकतम प्रदर्शन देने में मदद करती है और प्रोसेसर को स्थायी मैमोरी से डेटा पढ़ने या लिखने की आवश्यकता नहीं होती है। यह RAM से थोड़ा सा अलग है जो फ़ाइलें जो बार-बार पहुँची जाती हैं, जैसे कि वेब पेज्स, इमेजेज आदि को संग्रहित करता है। इसका उपयोग वेब पेज्स के लोडिंग स्पीड को तेज करने में किया जाता है।

Virtual Memory

Virtual Memory: How it Works

यह कंप्यूटर में उपलब्ध RAM से अधिक मैमोरी उपलब्ध कराता है। जब कंप्यूटर में RAM की उपलब्धता कम होती है, तो कंप्यूटर वर्तमान मैमोरी से कुछ डेटा हटाकर इसे हार्ड डिस्क पर स्थान खाली करता है और इसे वर्चुअल मैमोरी नाम दिया जाता है।यह कंप्यूटर के RAM की तुलना में सस्ती होती है और यह स्टोरेज से संबंधित होती है। जब आप कंप्यूटर पर कोई फ़ाइल खोलते हैं और उसमें काम करते हैं, तो वह फ़ाइल आपके रैम में नहीं रहती है, बल्कि वह वर्चुअल मैमोरी में होती है। यह कंप्यूटर को बिना रैम के बड़े फ़ाइलों को संसाधित करने की अनुमति देता है। यह कंप्यूटर मैमोरी की एक विशेष प्रकार है जो कंप्यूटर के अतिरिक्त स्टोरेज स्पेस का उपयोग करता है। जब कंप्यूटर की RAM मैमोरी भर जाती है, तो कंप्यूटर धीमा होने लगता है या क्रैश हो जाता है। इसलिए, रेम मैमोरी को स्वचालित रूप से साफ करना बहुत महत्वपूर्ण है। 

  1. Virtual Memory एक सुविधा है जो RAM से कम स्थान वाले कंप्यूटर सिस्टमों में इस्तेमाल की जाती है। 
  2. यह स्थायी मैमोरी की एक विधि है जो कंप्यूटर के द्वारा संग्रहित डेटा की अधिकतम सीमा बढ़ाती है।
  3. यह सिस्टम कंप्यूटर के Hard Drive में एक Virtual Memory फ़ाइल का उपयोग करता है जिसमें Temporary Data को संग्रहित किया जाता है। 
  4. जब कोई ऐप्लिकेशन RAM मैमोरी में जगह नहीं पा रही होती है, तब Virtual Memory की मदद से Temporary Data Hard Drive पर स्थान ले लेती है। 
  5. इस तरीके से, Virtual Memory RAM मैमोरी के समान काम करता है और कंप्यूटर के प्रदर्शन को बढ़ाने में मदद करता है। 

Register

ये CPU में स्थापित छोटे-छोटे मैमोरी स्थान होते हैं जो कि कंप्यूटर के प्रत्येक प्रोसेसर के लिए उपलब्ध होते हैं। ये मैमोरी स्थान कंप्यूटर की सबसे त्वरित मैमोरी होती हैं, जिससे वे CPU द्वारा स्थापित तुरंत उपलब्ध होते हैं।

Cache Memory: The Key to Speedy Computing

कैश (Cache) क्या होता है और उसका उपयोग क्या होता है?

Cache memory एक ऐसी मैमोरी है जो अत्यंत त्वरित (volatile ) होती है और CPU के आस-पास होती है। जब भी CPU नई जानकारी की तलाश करता है, तो वह पहले cache memory में देखता है कि उसमें संग्रहित जानकारी है।

Cache Memory

  • Cache Memory RAM मैमोरी के सबसे नजदीकी प्रकार का मैमोरी होता है। 
  • यह CPU के साथ संगत होता है और उन डेटा को संग्रहित करता है जो जल्दी से उपलब्ध होने वाले होते हैं। 
  • जब कंप्यूटर एक ऐप्लिकेशन या कार्य का अनुरोध करता है, तब CPU Cache Memory मैमोरी में संग्रहित डेटा का उपयोग करता है जिससे कि कार्य को तुरंत शुरू करने में मदद मिलती है। 


कैश के प्रकार और उनकी विशेषताएं

Cache Memory - यह मैमोरी कंप्यूटर के CPU के साथ संबंधित होती है। इसमें कंप्यूटर के चलते समय का सबसे अधिक उपयोग होता है। यह CPU को बहुत तेजी से डाटा ट्रांसफर करने मे सहायक होता है।


Cache Memory के दो प्रकार होते हैं: Level 1 Cache, Level 2 Cache और Level 3 cache । 

  1. Level 1 Cache लेवल 1 (L1) कैश - यह सबसे तेज़ कैश होता है जो प्रत्येक CPU कोर के साथ संबद्ध होता है। इसे कॉर कैश भी कहा जाता है।
  2. Level 2 Cache लेवल 2 (L2) कैश - यह L1 कैश के बाद आता है और यह सीपीयू के अन्य कंपोनेंट्स के बीच बैलेंस करता है।
  3. Level 3 Cache लेवल 3 (L3) कैश - यह L2 कैश के बाद आता है और यह पूरे सिस्टम के लिए साझा होता है। इसे सिस्टम कैश भी कहा जाता है। यह CPU से अलग होता है और कुछ विशेष उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाता है। यह एक ऊंची स्तर का कैश होता है जो बहुत बड़े डेटा सेट को स्टोर कर सकता है।


रीराइटेबल Rewritable रोम ROM के लिए सॉफ्टवेयर

रीव्राइट Rewrite रोम के लिए उपयोग में आने वाले सॉफ्टवेयर के बारे में बात करते हुए उसके फंक्शनलिटी और उपयोग को समझाया जा सकता है। रीव्राइट रोम उस प्रकार की मैमोरी होती है जो लिखने और पुनः लिखने के लिए उपयोग में आती है। इसके लिए उपयोग में आने वाले सॉफ्टवेयर का नाम 'Flash Memory Programming Utility' होता है जो फ्लैश मैमोरी चिप के लिए लिखने के लिए उपयोग किया जाता है। इस सॉफ्टवेयर की मदद से रीव्राइट रोम के अंदर डेटा और प्रोग्राम लिखे जा सकते हैं जो उसे लिखने के बाद निर्दिष्ट समय तक स्टोर किए रखते हैं।


मैमोरी में सॉफ्टवेयर का उपयोग: रैम और रॉम के लिए सॉफ्टवेयर

रैम और रोम में सॉफ्टवेयर का उपयोग कैसे किया जाता है, उनकी भौतिकी विशेषताओं के साथ-साथ, उनके उपयोग के बारे में भी बात करेंगे।

आजकल, रैम और रोम के लिए विभिन्न सॉफ्टवेयर उपलब्ध हैं जो उपयोगकर्ताओं को इन मैमोरी को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने में मदद करते हैं। इनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:

अधिक उपयोगिता वाले सॉफ्टवेयरों में से एक है रोम टूलबॉक्स। यह सॉफ्टवेयर भी एंड्रॉइड उपकरणों के लिए होता है और इसका उपयोग रोम के डेटा को संपादित करने के लिए किया जाता है। इसमें अनेक फ़ंक्शन होते हैं जैसे कि सिस्टम फ़ाइलों को संपादित करना, जबकि सिस्टम के जितने भी एप्लिकेशन और सेटिंग्स होते हैं, उन्हें भी संशोधित किया जा सकता है।

इसके अलावा, रैम के लिए कई सॉफ्टवेयर होते हैं जैसे कि RAMBooster, Wise Memory Optimizer, CleanMem और CCleaner। ये सॉफ्टवेयर आपके सिस्टम के रैम को स्वचालित रूप से साफ करते हैं और सिस्टम के प्रदर्शन को बढ़ाते हैं।


समय-समय पर सॉफ्टवेयर अपडेट भी करना आवश्यक होता है ताकि आपके सिस्टम में कोई नई सुविधाएं और बग फ़िक्स किए जा सकें। इससे सिस्टम का प्रदर्शन बेहतर होता है और सुधार होते रहते हैं।


1) CPU-Z: यह सॉफ्टवेयर आपको आपके सिस्टम में उपलब्ध सभी हार्डवेयर के बारे में जानकारी देता है जैसे कि RAM के आकार, कंप्यूटर का मॉडल, प्रोसेसर का नाम और अन्य विवरण। 

2) CCleaner: यह सॉफ्टवेयर अधिकतम रैम स्पेस को प्राप्त करने के लिए अपने सिस्टम को स्कैन करता है और उपयोगकर्ताओं को अनुमति देता है कि वे अनावश्यक फ़ाइलें हटा सकें। 

3) MemTest: यह सॉफ्टवेयर रैम के लिए टेस्टिंग टूल है जो आपको सुनिश्चित करता है कि आपकी सिस्टम में रैम कोई समस्या नहीं है। 

4) ROM Manager: यह सॉफ्टवेयर एंड्रॉइड उपकरणों के लिए उपलब्ध है और उपयोगकर्ताओं को उनके रूट किए गए डिवाइसों के लिए ROM फ़्लैश करने में मदद करता है। 

5) ROM Toolbox: यह सॉफ्टवेयर भी एंड्रॉइड उपकरणों के लिए उपलब्ध है और उपयोगकर्ताओं को अनेक उपकरणों और कस्टम ROMs के लिए उपयोगी उपकरणों की एक समृद्ध श्रृंखला प्रदान करता है। 

  • ये सॉफ्टवेयर उपयोगकर्ताओं को इन मैमोरी के विभिन्न पहलुओं को समझने और प्रबंधित करने में मदद करते हैं।
  • ये सॉफ्टवेयर उपयोगकर्ताओं को इन मैमोरी के विभिन्न पहलुओं को समझने और प्रबंधित करने में मदद करते हैं। आप इन्हें डाउनलोड और उपयोग करके अपने सिस्टम के प्रदर्शन को बेहतर बना सकते हैं और उन्हें स्लो या लग रहे सिस्टम समस्याओं के साथ निपटने में मदद मिलती है। 

6) WinDirStat विनडिरस्टैट: यह सॉफ्टवेयर उपयोगकर्ताओं को उनकी हार्ड ड्राइव पर जगह लेने वाली फाइलों और फ़ोल्डरों की कल्पना करने में मदद करता है। यह फ़ाइल सिस्टम का एक ग्राफिकल प्रतिनिधित्व प्रदान करता है और दिखाता है कि प्रत्येक फ़ाइल और फ़ोल्डर कितनी जगह ले रहा है।

7) TreeSize ट्रीसाइज़: विनडिरस्टैट के समान, ट्रीसाइज़ एक अन्य डिस्क स्पेस एनालाइज़र है जो उपयोगकर्ताओं को यह समझने में मदद करता है कि कौन सी फाइलें और फ़ोल्डर्स उनकी हार्ड ड्राइव पर सबसे अधिक जगह ले रहे हैं। यह प्रत्येक फ़ाइल और फ़ोल्डर के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करता है, और उपयोगकर्ताओं को उन फ़ाइलों की पहचान करने में सहायता कर सकता है जिन्हें स्थान खाली करने के लिए सुरक्षित रूप से हटाया जा सकता है।

8) RAMBooster: यह सॉफ्टवेयर निर्माता, मॉडल, क्षमता और अन्य तकनीकी विशिष्टताओं सहित कंप्यूटर में स्थापित रैम मॉड्यूल के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करता है। यह उपयोगकर्ताओं को उनके RAM के साथ समस्याओं की पहचान करने और उसके प्रदर्शन को अनुकूलित करने में मदद कर सकता है।

9) AIDA64: AIDA64 एक सिस्टम इंफॉर्मेशन और बेंचमार्किंग टूल है जो कंप्यूटर पर इंस्टॉल किए गए हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करता है। यह उपयोगकर्ताओं को अपने सिस्टम में बाधाओं की पहचान करने और इसके प्रदर्शन को अनुकूलित करने में सहायता कर सकता है।

10)Speccy: AIDA64 के समान, Speccy एक सिस्टम सूचना उपकरण है जो कंप्यूटर पर स्थापित हार्डवेयर और सॉफ़्टवेयर के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करता है। यह उपयोगकर्ताओं को हार्डवेयर समस्याओं का निदान करने और उनके सिस्टम के प्रदर्शन को अनुकूलित करने में सहायता कर सकता है।


इन सॉफ्टवेयर के अलावा, आपको ध्यान देने वाली कुछ अन्य टिप्स हैं जो आपको अपनी मैमोरी की समस्याओं को ठीक करने में मदद कर सकते हैं:

  1. सिस्टम में अनुचित तरीके से इनस्टॉल की गई प्रोग्राम्स या एप्लिकेशन हटा दें। 
  2. उन सभी एप्लिकेशनों को बंद करें जो आपके सिस्टम में पृथक-पृथक विंडो के रूप में खुले हुए हों। 
  3. अपने सिस्टम को नियमित रूप से स्कैन करें और अनावश्यक फाइलों को हटा दें। 
  4. सिस्टम को नियमित रूप से अपडेट करें ताकि आप सुरक्षित रहें और समस्याएं ठीक कर सकें। 
  5. सिस्टम में ज्यादा से ज्यादा फ्री स्पेस छोड़ने का प्रयास करें। एक बार में ज्यादा स्पेस होने से विंडोज प्रदर्शन धीमा हो सकता है।
  6. सिस्टम बैकअप करना एक अच्छा विचार हो सकता है जिससे आप जरूरी डेटा खोने की स्थिति से बच सकते हैं।
  7. सुरक्षा सॉफ्टवेयर का उपयोग करें जैसे कि एंटीवायरस, फ़ायरवॉल आदि।
  8. अनचाहे ईमेल अटैचमेंट खोलने से बचें और अजनबी वेबसाइटों से सावधान रहें।
  9. अपने सिस्टम को एक सुरक्षित नेटवर्क में ही कनेक्ट करें और सार्वजनिक वाईफ़ाई का उपयोग करने से बचें।

Questions:
1. What is computer memory, and why is it important?
2. What are the different types of computer memory?
3. How does RAM work, and what is its role in computer performance?
4. What is ROM, and how does it differ from RAM?
5. How does virtual memory help computers handle large programs?
6. What is cache memory, and how does it speed up computing?
7. How can you upgrade your computer's memory, and what are the different types of memory modules?

आशा है कि आपको यह सामग्री उपयोगी लगी होगी। अगर आपके पास कंप्यूटर मैमोरी के बारे में कोई सुझाव या प्रश्न हों, तो कृपया नीचे टिप्पणी बॉक्स में बताएं। हम आपके सभी प्रश्नों का संभव सबसे जल्द से जल्द जवाब देने की कोशिश करेंगे।

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